आरती हिन्दू पूजा पद्धति की एक विधि है। इसमें घी या तेल के दीये में रुई की लौ जलाई जाती है और इसे एक थाली में रख कर इसे आराध्य के सामने एक विशेष विधि से घुमाया जाता है। ये लौ कपूर की भी हो सकती है। कई बार इसके साथ संगीत (भजन) भी होता है।
आरती हिन्दू पूजा पद्धति की एक विधि है। इसमें घी या तेल के दीये में रुई की लौ जलाई जाती है और इसे एक थाली में रख कर इसे आराध्य के सामने एक विशेष विधि से घुमाया जाता है। ये लौ कपूर की भी हो सकती है। कई बार इसके साथ संगीत (भजन) भी होता है।
रुद्राभिषेक का आशय शिवलिंग के विधिपूर्वक स्नान से है। भगवान शिव को रूद्र नाम से भी जाना जाता है। रुद्राभिषेक भगवान शिव की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने का सर्वश्रेष्ठ और लोकप्रिय अनुष्ठान है।
यह भगवान शिव का विधि अनुसार पूजन है। यह प्रतिदिन आराध्य को दोपहर के भोजन चढ़ाये जाने के बाद संपन्न किया जाता है।
श्रृंगार का अर्थ काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवलिंग के श्रृंगार (सज्जा) से है।
यह एक अनोखा संस्कार है जिसमे एक लाख बिल्व पत्र (बेल की पत्तियां) भगवान शिव को श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये जाते हैं।
दैनिक अर्चना योजना के अंतर्गत भक्तजन एक निर्धारित शुल्क दे सकते हैं जिसके विपरीत उनके द्वारा नियत किए गए दिन पर अगले बीस वर्षों के लिए पूजा की जाती है।