लघु रुद्र अनुष्ठान श्रद्धालुओं द्वारा सम्पन्नता और सुख प्राप्ति के लिए कराया जाता है। इस पूजा में भगवान शिव का गंगा जल और दूध द्वारा स्नान कराया जाता है, और इसके बाद लिंगोक्त भद्र पूजा की जाती है। इस बीच नवग्रह वैदिक मन्त्रों का उच्चारण किया जाता है, तत्पश्चात सभी देवी-देवताओं को महा मृत्युंजय मंत्र के 11,111 बार जाप करके आवाहन किया जाता है। अंत में मन्त्रों के उच्चारण के साथ आरती की जाती है।